12 वर्षों बाद वह पावन घड़ी आई है, जब धर्म, आस्था और आध्यात्म का महासंगम, महाकुंभ, प्रयागराज की दिव्य धरती पर आयोजित हो रहा है। यह अवसर केवल गंगा स्नान और तीर्थ यात्रा का ही नहीं, बल्कि सेवा, सत्संग और पुण्य अर्जन का अद्वितीय पर्व है।
नारायण सेवा संस्थान हर कुंभ में मानवता और धर्म की सेवा का संकल्प लेकर जुटता है। इस बार भी प्रयागराज महाकुंभ में संस्थान ने संत सेवा शिविर की स्थापना की है। यहां हर दिन संतजनों को नि:शुल्क भोजन का प्रबंध किया गया है। भोजन सेवा के साथ ही संतजनों के ठहरने और ध्यान-साधना के लिए विशेष शयनशालाओं की व्यवस्था की गई है।
कुंभ जैसे महान पर्व में संतजनों की सेवा करना जीवन का सबसे बड़ा पुण्य माना गया है। संतों की सेवा से भगवान की कृपा सहज ही प्राप्त होती है। यह सेवा केवल भोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनके प्रति आदर, श्रद्धा और समर्पण का भाव है।
इस महायज्ञ का हिस्सा बनें। संत सेवा के इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग देकर धर्म, सेवा और मानवता की भावना को मजबूत करें।
"संत सेवा, ईश्वर सेवा। संत कृपा, जीवन सुखमय।"
नारायण सेवा संस्थान के द्वारा प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को कुंभ क्षेत्र में नि:शुल्क शयनशाला (डॉरमेट्री) सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। जहां संगम में स्नान के लिए पधारे धर्म प्रेमी अपने और अपने परिवार के सदस्यों के लिए शयनशाला बुक कर सकते हैं।
1. शयनशाला स्लॉट बुकिंग में अपना नाम प्रविष्ट करें।
2. उसके बाद अपना व्हाट्सप्प नंबर डालें।
3. अंत में ईमेल पता प्रविष्ट करें।
4. उसके बाद SEND OTP बटन पर क्लिक करें।
5. आपके व्हाट्स एप्प पर और ई-मेल पर ओटीपी भेजा जाएगा। किसी एक OTP को प्रविष्ट करें।
6. अपने घर के सदस्यों के नाम प्रविष्ट करके शयनशाला बुक करें।
अन्नपूर्णा मार्ग, सेक्टर-18, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
कुंभ मेले में शाही स्नान हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति का एक अद्भुत और दिव्य उत्सव है, जो हर 12 वर्षों में चार पवित्र स्थलों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है। यह स्नान केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की ओर बढ़ने का मार्ग है। संगम तट, गंगा, क्षिप्रा और गोदावरी जैसी पवित्र नदियों के जल में स्नान करने की परंपरा साधु-संतों और करोड़ों श्रद्धालुओं को उनकी आस्था के साथ जोड़ती है। महाकुंभ का आयोजन खगोलीय गणनाओं और वृषभ, सिंह, मकर तथा कुंभ राशियों के विशेष संयोग पर आधारित है। शाही स्नान का दिन असाधारण होता है, जब देश के कोने-कोने से लाखों लोग पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर पुनः आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करते हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहां साधु-संतों की अलौकिक दिव्यता, तीर्थयात्रियों का अदम्य उत्साह और भारतीय परंपराओं की भव्यता एक साथ साकार होती है। कुंभ मेले में शाही स्नान जीवन को आध्यात्मिक ऊंचाई पर ले जाने और आस्था के अमृत में डूबने का दुर्लभ अवसर प्रदान करता है।
“Service of oppressed humanity is service of the almighty”
Established in 1985, Narayan Seva Sansthan is the Top Nonprofit Trust headquartered in Udaipur, Rajasthan India. The organization started 3 decades ago with a vision to serve the needy and cure the helpless patients through free corrective surgeries with a will to fight a battle with Polio and other related birth disabilities. An internationally renowned center with more than 12 specialized hospitals, 1100+ beds, food for 4500+ people every day, and more than 422250 free of cost corrective surgeries; the Sansthan has become more like a family and home to all the patients and their visitors.
The free of cost Disability Treatment at Narayan Seva Sansthan is inclusive of various offerings listed below:--